Ghar Me Dakhil Hone Ki Dua – घर में दाखिल होने की दुआ

आज के इस पैग़ाम में आप बहुत ही रहमत व बरकत भरी घर में दाखिल होने की दुआ हिंदी, इंग्लिश और अरबी में पढ़ेंगे हमने यहां पर घर में दाखिल होने की दुआ बहुत ही आसान लफ्ज़ों में पेश किया है।

आप यहां पर घर में दाखिल होने की दुआ को पढ़ कर याद भी कर लें जिससे आप अपने ज़िंदगी में हर रोज़ अपने या किसी भी अपने के घर जाएं तो साथ घर में बरकत भी लेकर जाएं दुआ पढ़ने से पहले बिस्मिल्लाह शरीफ जरुर पढ़ लें।

Ghar Me Dakhil Hone Ki Dua

  • अल्लाहुम्म इन्नी अस अलु क
  • खैरल मौलिजी व खैरल मख्रिजी
  • बिस्मिल्लाही व लज्ना व अलल्लाहि तवक्कलना

Ghar Me Dakhil Hone Ki Dua In Hindi

अल्लाहुम्म इन्नी अस अलु क खैरल मौलिजी व खैरल मख्रिजी बिस्मिल्लाही व लज्ना व अलल्लाहि तवक्कलना

Ghar Me Dakhil Hone Ki Dua In English

Allahumma inni As-alu Ka Khairal Maulizee Wa Khairal Makhrizee Bismillahi Wa Lazna Wa Alallahi Tawakkalna.

Ghar Me Dakhil Hone Ki Dua In Arabic

اَللّٰهُمَّ اِنّيِْ اَسْأَلُكَ خَيْرَ الْمَوْلِجِ وَخَيْرِ الْمَخْرَجِ بِسْمِ اللَّهِ ولَجْنَا وَعَلَى اللّٰهِ تَوَكَّلْنا.

Ghar Me Dakhil Hone Ki Dua Ka Tarjuma

ऐ अल्लाह मैं तुझ से सवाल करता हूं अच्छे दाखिल होने और बेहतर निकलने का अल्लाह के नाम से दाखिल हुए और हमने अल्लाह पर भरोसा किया।

Ghar Me Dakhil Hone Ki Dua Ka Roman Tarjuma

Ae Allah Main Tujh Se Sawal Karta Hoon Achhe Dakhil Hone Aur Behatar Nikalne Ka Allah Ke Naam Se Dakhil Hue Aur Humne Allah Par Bharosa Kiya.

Ghar Me Dakhil Hone Ki Sunnat

अपने घर या फिर किसी अज़ीज़ दोस्त अहबाब, रिश्ते के घर में दाखिल होते हुए बुलन्द आवाज़ में सलाम करें ये सुन्नत बहुत ही ख़ास है।

क्योंकी हुज़ूर ताजदारे मदीना सल्लल्लाहु तआला अलैहि व आलिहि व सल्लम का फरमाने आलीशान है घर में दाखिल और निकलते वक्त सलाम करो।

एक कौल के मुताबिक घर में दाखिल होते हुए बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम पढ़कर सूरह इखलास पढ़ने से घर और रिज्क में बरकत होती है।

जो बगैर अल्लाह के नाम लिए घर में दाखिल होते हैं वो अपने साथ साथ शैतान को भी अन्दर ले जाते हैं इसीलिए आप ज़रूर दुआ पढ़ें।

अगर ऐसे मकान में जाना हो कि उसमें कोई न हो तो यह कहें कि अस्सलामु अलैना व अला इबादिल्लाहिस्सालेहिन फ़रिश्ते इस सलाम का जवाब देंगे।

Ghar Me Dakhil Hone Ki Aadaab

अगर आप अपने घर में दाखिल होते हैं तो अपने इजाजत तलब किए बगैर भी चला जाएं तो कोई बात नहीं लेकीन किसी दुसरे के घर में दाखिल होने से पहले इजाजत तलब कर लें।

लेकीन अगर किसी के घर में जा रहे हैं और उस घर में रहने वाला कोई आदमी आपके साथ है तो किसी से भी इजाजत तलब करने की ज़रूरत नहीं है।

घर में दाखिल होते वक्त सबसे कब्ल अपने दाहिना पांव को घर के रखें और एक बात घर में दाखिल होने से पहले किसी तरह की अच्छी आवाज़ से घर वालों को ख़बर कर दें।

दाखिल हो जानें के बाद सभी अहले अयाल को सलाम कर लें इसके बाद ज़िंदगी से सम्बन्धित सुख दुःख का साझा करें ख़ूब याद रखें यह बहुत ज़रूरी है।

जब घर से निकलने लगे तो सभी को सलाम करके और घर से निकलने की दुआ ज़रूर पढ़ें और अपने मां का हांथ को अपने लबों से चूम लें।

Ghar Me Dakhil Hone Ki Hadees-1

सहीह बुखारी व मुस्लिम में अबू सईद खुदरी रजियल्लाहु तआला अन्हुं से मरवी है कि अबू मुशा अशअरी रदियल्लाहु तआला अन्हुं हमारे पास आए और यह कहा कि हज़रत उमर रदियल्लाहु तआला अन्हुं ने मुझे बुलाया था मैंने उनके दरवाजे पर जाकर तीन बार सलाम किया जब जवाब नहीं मिला तो मैं वापस चला आया।

अब हज़रत उमर रदियल्लाहु तआला अन्हुं फरमाते हैं कि तुम क्यों नहीं आए मैंने कहा कि मैं आया था और दरवाजे पर तीन बार सलाम किया जब जवाब नहीं मिला तो वापस गया और रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने मुझसे फ़रमाया कि जब कोई शख्स तीन बार इजाजत मांगे और जवाब न मिले तो वापस जाए ।

हज़रत उमर यह फरमाते हैं कि गवाह लाओ कि हुज़ूर ने ऐसा फ़रमाया है अबु सईद खुदरी कहते हैं मैंने जाकर गवाही दी।

Ghar Me Dakhil Hone Ki Hadees-2

सहीह बुखारी में अबु हुरैरा रदियल्लाहु तआला अन्हुं से मरवी हैं कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के साथ मैं मकान में गया हुज़ूर को प्याले में दुध मिला और फ़रमाया अबु हुरैरा अस्हाबे सुफ्फा के पास जाओ उन्हें बुला लाओ ताकि उन को दुध दिया जाए मैं उन्हें बुला लाया वह आए और इजाजत तलब कि हुज़ूर ने इजाजत दी तब वह मकान के अन्दर दाखिल हुए।

FAQs

घर से निकलते वक्त कौन सी दुआ पढ़े?

घर से निकलते वक्त बिस्मिल्लाही त वक्कलतु अलल्लाही व ला हौ ल वला कुव्वता इला बिल्लाह दुआ पढ़े।

घर में प्रवेश करने से पहले क्या दुआ है?

घर में प्रवेश करने से पहले अल्लाहुम्म इन्नी अस अलु क खैरल मौलिजी व खैरल मख्रिजी बिस्मिल्लाही व लज्ना व अलल्लाहि तवक्कलना दुआ है।

आखिरी बात

आप ने इस छोटे और खुबसूरत पैग़ाम में बहुत ही ज़रूरी रहमत और बरकत भरी दुआ यानी घर में दाखिल होने की दुआ हिंदी में जाना साथ ही हमने यहां पर अरबी और इंग्लिश जबान में भी जाना हमने यहां पर घर में दाखिल होने की दुआ बहुत ही साफ़ लफ्ज़ों में लिखा था।

जिससे आप घर में दाखिल होने की दुआ और घर में दाखिल होने की सुन्नत और आदाब भी आसानी से जान जाएं अगर अब भी आपके मन में कुछ सवाल घर में दाखिल होने की दुआ से जुड़ी हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें ताकि हम आप के जवाब दे सकें।

अगर इस पैगाम घर में दाखिल होने की दुआ से कुछ इल्म आप को हासिल हुई हो तो इससे न की सिर्फ अपने तक सीमित रखें बल्कि अपने अहलो अयाल के साथ सभी मोमिनों तक फैलाएं और सवाब की नियत व सदकए जरिया के नियत से इस लेख को भी शेयर करें शुक्रिया।

My name is Muhammad Ittequaf and I'm the Editor and Writer of Zoseme. I'm a Sunni Muslim From Ranchi, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.

Share This Post On

Leave a Comment