आप इस पैग़ाम में घर से निकलने की दुआ हिंदी में जानेंगे हम सभी अपने घर से कभी दूर तो कभी नजदीक जाने के लिए हर रोज़ रात या दिन में निकलते हैं, लेकीन इस जिंदगी में हम सभी हिफाज़त चाहते हैं, इसीलिए हम सभी को दुआ का विर्द करना चाहिए।
हम सभी को दुआ पढ़ने से हमारा हिफाज़त अल्लाह तबारक व तआला करता है इसीलिए हम सभी को घर से निकलते वक्त घर से निकलने की दुआ पढ़ना चाहिए, तो आप यहां पर इस दुआ को पढ़ कर याद कर लें और हमेशा अपने घर से निकलते वक्त इस दुआ को पढ़ें।
Ghar Se Nikalne Ki Dua
बिस्मिल्लाही त वक्कलतु अलल्लाही व ला हौ ल वला कुव्वता इला बिल्लाह।
Ghar Se Nikalne Ki Dua In English
❝Bismillahi Ta Wakkalatoo Alallahi Wa La Hau La Kuwwata ila Billah❞
घर से बाहर निकलने की दुआ का तर्जुमा
मैं अल्लाह के नाम लेकर निकला मैंने अल्लाह पर भरोसा किया गुनाहों से बाज रहने और इबादत नेकी करने की ताकत अल्लाह ही की तरफ़ से है।
घर से निकलते वक्त दुआ पढ़ने का फ़ायदा
- जब कोई खुशनसीब अपने घर से निकलते वक्त घर से निकलने की दुआ पढ़ ले तो वह घर लौटने तक हर बला व आफत से महफूज रहता है।
- हुज़ूर ताजदार ए मदीना सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया आदमी अपने घर के दरवाजे से बाहर निकलता है तो उसके साथ दो फरिश्ते मुकर्रर होते हैं।
- जब वह आदमी कहता है कि ‘बिस्मिल्लाही’ तो इस पे फ़रिश्ते कहते हैं कि तुने सीधी राह इख्तियार की है।
- जब वह शख्स दुआ में ‘व ला हौ ल वला कुव्वता इला बिल्लाह’ कहता है तो फ़रिश्ते कहते हैं कि तु हर आफत से महफूज है।
- जब वह बंदा दुआ में ‘त वक्कलतु अलल्लाही’ कहने पर फरिश्ते कहते हैं अब तुझे किसी और की मदद की हाजत नहीं।
इसके बाद उस दुआ पढ़ने वाले शख्स यानी जिस ने भी घर से निकलने की दुआ पढ़ी उसे दो शैतान जो उस पर मुसल्लत होते हैं वह उससे मिलते हैं फरिश्ते कहते हैं अब तूम इस के साथ क्या करना चाहते हो?
इसने तो सीधी रास्ता इख्तियार किया तमाम आफत से महफूज हो गया और खुदा की इमदाद के अलावा दूसरे की इमदाद से बेनियाज़ हो गया।
आपने अभी तक तो समझ ही गए होंगे कि घर से निकलने पर दुआ पढ़ने के कितनी बड़ी रहमत और बरकत है जब भी घर से बाहर निकले तो जरूर घर से निकलने पर पढ़ी जाने वाली दुआ को हमेशा पढ़ें।
घर से निकलने की सुन्नत व आदाब
- जब कभी भी घर से निकले तो अपने मां-बाप व अहलो आयाल से मुसाफा कर लें।
- हुजूर ताजदारे मदीना सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम का फरमाने आलीशान है घर से बाहर सलाम करके जाओ।
- एक दूसरे की गलतियों को बक्शीश करके अपने घर से रुखसत हो जिस तरह से आप अपनी बक्शीश खुदा से चाहते हैं।
- जब घर से बाहर निकलने लगे तो अपने शरीर का कोई हिस्सा निकालने से पहले अपने बायां पाव को बाहर निकालें।
- जब घर से बाहर निकल जाए तो अपने हर कदम को संभाल के फेरे साथ ही आहिस्ता आहिस्ता हर कदम हर जगह चलें।
FAQ
घर से निकलते वक्त क्या पढ़ना और करना चाहिए?
घर से निकलते वक्त घर से निकलने की दुआ पढ़ना चाहिए और अपनों से सलाम करना चाहिए।
घर से निकलते वक्त कौन सा पैर पहले निकालना चाहिए?
घर से निकलते वक्त सबसे पहले अपने जिस्म का बाया पैर बाहर की जानीब निकालना चाहिए।
घर से बाहर निकलने पर दुआ पढ़ने की क्या फायदे हैं?
अगर आप घर से निकलते वक्त दुआ पढ़ते हैं तो आपकी हिफाजत फरिश्ते करेंगे।
आखिरी बात
आप ने इस पैगाम में बहुत ही जरूरी और बरकत भरी दुआ को जाना साथ ही आपने यहां पर दुआ से होने वाले फायदा और घर से निकलने का आदाब भी जाना आप यकीनन इस पैगाम को पढ़ने के बाद घर से निकलने पर हर बार दुआ पढ़ेंगे जिससे आप हर आफत व बरियाद से महफूज रहेंगे।
अगर इस पैगाम से आपने कुछ थोड़ा बहुत भी सही और अच्छी इल्म हासिल की है, तो अपने साथ साथ अपने दोस्त व अजिज को भी इस बात पर यानी घर से निकलने पर दुआ पढ़ने के लिए बोले और आदाब भी बताएं साथ ही उन तक इस पैगाम को शेयर करके पहुंचाएं।
इससे फायदा यह होगा कि हम सभी यानी मजहब ए इस्लाम के लोग अपने रब की बताई दुआ व रास्ता पर चलकर हर आफत से निजात पा कर के कामयाबी हासिल करेंगे और हमारा रब दीन की बात को फैलाने वाले हमेशा से पसंद फरमाता है साथ ही अपने नेक दुआ में हमें भी याद रखें।
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