Surah Zilzal in Hindi 99 – सूरह अज जिलजाल हिंदी में

आज के इस खूबसूरत पैगाम में आप बहुत ही बेहतर सूरह यानी सूरह जिलजाल हिंदी में पढ़ेगे, हमने यहां पर सूरह जिलजाल बहुत ही आसान लफ्ज़ों में पेश किया है, जिस से आप हर हर्फ को आसानी से पढ़ पाएंगे।

आप को कुछ ख़ास इल्म देते चलूं तो सूरह जिलजाल बहुत ही ख़ास सूरह है इस सूरह जिलजाल की हर लफ्ज़ आप को नेक कामों की ओर इशारा करती है हमने वो भी बयां की है आप इस पैग़ाम को आख़िर तक ध्यान से पढ़े।

Surah Zilzal in Hindi

  • बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम
  • इजा जुल जिलतिल अर्दु जिल जा लहा
  • व अख र जतिल अर्दु असका लहा
  • व का लल इनसानु मालहा
  • यौ मए जिन तु हददिसु अखबा रहा
  • बि अन न रब्बक औ हा लहा
  • यौ मए जिन यसदु रून्नासु अशता तल
  • लि यु रौ अअ मा लहुम
  • फ मंय्याअमल मिस का ल जर्रतिन खै रंय्य रह
  • व मंय्याअमल मिसका ल जर्रतिन शर रंय्य रह

सूरह जिलजाल हिंदी में

बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम. इजा जुल जिलतिल अर्दु जिल जा लहा. व अख र जतिल अर्दु असका लहा. व का लल इनसानु मालहा. यौ मए जिन तु हददिसु अखबा रहा. बि अन न रब्बक औ हा लहा. यौ मए जिन यसदु रून्नासु अशता तल. लि यु रौ अअ मा लहुम. फ मंय्याअमल मिस का ल जर्रतिन खै रंय्य रह. व मंय्याअमल मिसका ल जर्रतिन शर रंय्य रह
surah zilzal in hindi. Zoseme
Surah Zilzal in Hindi

Surah Zilzal Roman Transliteration

  • Bismillah Hirrahmaan Nirraheem.
  • Iza Zulzilatil Ardu Zil Zaa Lahaa.
  • Wa Akh Raztil Ardu Askaa Lahaa.
  • Wa Ka Lal Insaanu Maalahaa.
  • Yaw Mae Zin TuHaddisu Akhbaa Rhaa.
  • Bi-an na Rabbaka Aw Halahaa.
  • Yaw Mae Zin Yasadu runnasu Ashtaa Tal.
  • Li Yu Rau Aaama Lahum.
  • Fa Manyyamal Miska la Jarratin Khai-ray y Rah.
  • Wa Manyyamal Miska la Jarratin Shar Ray y Rah.

सूरह जिलजाल का तर्जुमा हिंदी में

अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला, जब जमीन थरथरा दी जाए जैसा उसका थरथराना ठहरा है और जमीन अपने बोझ बाहर फेंक दे और आदमी कहे उसे क्या हुआ उस दिन वह अपनी खबरें बताएगी।

इसलिए कि तुम्हारे रब ने उसे हुक्म भेजा उस दिन लोग अपने रब की तरफ फिरेंगे कई राह होकर ताकि अपना किया दिखाए जाए तो जो एक जर्रा भर भलाई करे उसे देखेगा और जो एक जर्रा भर बुराई करे उसे देखेगा।

Surah Zilzal Tarjuma Transliteration

Allah Ke Naam Se Shuru Jo Bahut Meharbaan Rahmat Wala. Jab Zamin Thartharaa Di Jaae Jaisa Uska Thartharana Thahra Hai Aur Zamin Apne Bojh Bahar Fenk De Aur Aadmi Kahe Use Kya Hua Us Din Wah Apni Khabrein Bataegi Isliye Ki Tumhaare Rab Ne Use Huqm Bheja Us Din Log Apne Rab Ki Taraf Firenge Kai Raah Hokar Taaki Apna Kiya Dikhae Jaae To Jo Ek Jrra Bhar Bhalai Kare Use Dekhega Aur Jo Ek Jarra Bhar Burai Kare Use Dekhega.

सूरह जिलजाल के बारे में जानिए

इससे सूरह इजा जुलजिलत और सूरह जलजलह भी कहते हैं यह सूरह मक्की और कुछ राय में मदनी है इसमें 1 एक रूकुअ 8 आठ आयतें 35 पैंतिस कलिमें 139 एक सौ उन्तालीस अक्षर है।

हजरत इब्ने अब्बास रदियल्लाहो अन्हुमा ने फ़रमाया कि हर मोमिन और काफिर को कयामत के दिन उसके अच्छे बुरे कर्म दिखाए जाएंगे मोमिन को उसकी नेकियां और बदियां दिखाकर अल्लाह तआला बदियां बख्श देगा और नेकियां पर सवाब अता फरमाएगा।

फिर काफिर की नेकियां रद कर दी जाएगी क्योंकि कुफ्र के कारण अकारत हो चुकी और बदियों पर उसका अजाब किया जाएगा मुहम्मद बिन कअब कर्जी ने फरमाया की काफिर ने जर्रा भर नेकी की होगी तो उसका बदला दुनियां में ही वो देख लेगा।

यहां तक कि जब दुनियां से निकलेगा तो उसके पास कोई नेकी न होगी और मोमिन अपने बादियों की सजा दुनियां में ही पाएगा तो आखीरत में उसके साथ कोई बदी न होगी इस आयत में तरगिब है कि नेकी थोड़ी सी भी हो काम आने वाली है और चेतावनी है कि गुनाह छोटा सा भी हो बवाल है कुछ मुफसिरों ने यह फरमाया है कि पहली आयत मोमिनों की हक में आर आख़िरी की आयत काफिरों की हक में।

आख़िरी बात

आप ने इस पैग़ाम में बहुत ही उम्दा सूरह यानी सूरह जिलजाल हिंदी में पढ़ा साथ ही आपने इस से मिली पैग़ाम को भी जाना की इस सूरह जिलजाल में क्या बयां की गई है यकीनन यह पैग़ाम आपको ज़रूर पसन्द आया होगा यह पैगाम अच्छा लगा हो तो ज़रूर दूसरों तक भी पहुंचाएं।

अगर आप हमसे सूरह जिलजाल से जुड़ी कुछ भी पूछना चाहते हैं तो कॉमेंट करके ज़रूर पूछें और अपने नेक दुआओं में हमें भी याद रखें ऐ अल्लाह हम में से किसी को भी यहां सूरह जिलजाल हिंदी पढ़ने या लिखने में गलती हुई हो तो अपने रहमों करम से माफ़ अता फरमा आमीन।

My name is Muhammad Ittequaf and I'm the Editor and Writer of Zoseme. I'm a Sunni Muslim From Ranchi, India. I've experience teaching and writing about Islam Since 2019. I'm writing and publishing Islamic content to please Allah SWT and seek His blessings.

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